28Mar
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27Mar
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27Mar
मरहम लगता है उसके ज़ख्मों पर, वो हर भवसागर से तर जाती है, जब बेटे कि पहली तनख्वाह से, मां के सपनों कि साड़ी आती है..!!
27Mar
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दर्द छुपाते छुपाते,
दर्द में जीने की आदत हो गई !
” मैं शायर तो नहीं “
कुछ यहां से, कुछ वहां से…
सबका धन्यवाद !
चेहरे पर चेहरा लगाना पड़ता हैं,
मैं ठीक हूं ये कहकर मुस्कुराना पड़ता हैं !